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“लक्ष्य सही हो दिशा मिलेगी”
लक्ष्य सही हो दिशा मिलेगी,संस्कृति अपनी कहती । गंगाजल की शुचिता जिसमें, हरिगुन लेकर बहती । दूध-पूत से धरा नहाई, अब तक बीतीं सदियाँ, संतों से अभिमंडित आश्रम,बलखातीं ये नदियाँ । कर्म प्रमुख है मनु जीवन में,संबल तुम हो धरती । ————गंगाजल की शुचिता जिसमें, हरिगुन लेकर बहती । लिखित सभी हैं साक्ष्य आज भी,अवतारों की बातें । जीवन-यापन करने निश्चित,देव धरा पर आतें । ऊँच नीच की कलुष दाँव में,मिटती कंचन काया , थिर न रहे यह दंभ मान जो, मही हमारी डरती । ————–गंगाजल की शुचिता जिसमें, हरिगुन लेकर बहती । कंचन होना पारस छूकर, कथन नहीं मन बाँधे । क्या खोया या पाया आकर, जीव उठा तन…
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राम रमैया गाए जा
श्रीराम नवमी की हार्दिक बधाई अनंत शुभकामनाएँ #गीत राम रमैया गाए जा मन, मिटे सभी संताप। राम-राम कह अलख जगा लें,सार्थक होगा जाप। भाल लगाए रोली चंदन, दर्शन कर श्री धाम, तन कटुता की भेंट चढ़े मत,व्यर्थ सभी आलाप । राम रमैया गाए जा मन, मिटे सभी संताप। राम जन्म की पावन गाथा, हम सब का आदर्श । हरि अनंत की कथा सनातन,जीवन का प्रतिदर्श । राम सरिस आदर्श पुत्र को,शत-शत करूँ प्रणाम, राम-राम मुख ला न सके जो,करते व्यर्थ विलाप । राम रमैया गाए जा मन, मिटे सभी संताप। अनुपम शोभा दाशरथी की,कोमल कांति सु चित्त, कर्म भूमि हित सधी प्रत्यंचा,अनुपम जीवन वृत्त । रचते हैं श्रीराम जहाँ पर,…
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सत्यसंध हैं न्यारे
#सखाप्रेम (बाल सखा निषाद राज गुह ) ———————— #गीत अति प्रसन्न गुहराज बुलाकर, बंधु समेत हुँकारे । जन्म सफल जो आज हुआ है,अहो भाग्य प्रिय द्वारे , सत्य सनातन के रखवारे, सखा भानुकुल पालक, हित संकल्प लिए किस कारण,मति मलीन के घालक । राज भोग की नौका छोड़ी,होकर वन के सेवी, संग सुता हैं जनक-दुलारी,कुलवधु रघुकुल देवी । अवध सहित व्याकुल परिजन,विरह-अनल तन जारे । जन्म सफल जो आज हुआ है,अहो भाग्य प्रिय द्वारे । कंठ हुए अवरुद्ध सोचकर, प्राण सखा का रोया , हस्त कमल जो रोप रहे हैं,सखि आनन को धोया ध्यान लगा कर सुनिए सुधिजन, करें सभी अभिनंदन, राम रथी प्रतिपाल जगत के, करिए मन को स्यंदन…