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सिलसिला रखना
सिलसिला रखना मुखर तुमसे रहूँ मैं मत गिला रखना। *अधर मुस्कान के यूँ सिलसिला रखना।* किया था दूर कब रक्खा सदा मन में। भरी यादें तुम्हारा प्यार जीवन में। रहे यूँ पास मेरी धड़कनों में तुम, तुम्हारी चाहतों के नीर नैनन मेंं । सदा बरखा बहारें जो कदम चूमें। मिले खुशियाँ हजारों यूँ खिला रखना । *अधर मुस्कान के यूँ सिलसिला रखना।* लगाओ प्रेम का बिरवा महकता है। खुशी आवेश में तन-मन उमड़ता है । वही राहें सुहाने दिन न बिसरेगें, लिए चिठिया पहन खाकी निकलता है। बजाती पाँव पायल दौड़ती चूम लेती जो, हृदय के पास तुम ही हो मिला रखना । *अधर मुस्कान के यूँ सिलसिला रखना ।*…
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सिलसिला रखना
सिलसिला रखना मुखर तुमसे रहूँ मैं मत गिला रखना । *अधर मुस्कान के यूँ सिलसिला रखना ।* किया था दूर कब रक्खा सदा मन में। भरी यादें तुम्हारा प्यार जीवन में । रहे यूँ पास मेरी धड़कनों में तुम, तुम्हारी चाहतों के नीर नैनन मेंं सदा बरखा बहारें जो कदम चूमें । मिले खुशियाँ हजारों यूँ खिला रखना । *अधर मुस्कान के यूँ सिलसिला रखना ।* ——- लगाओ प्रेम का बिरवा महकता है। खुशी आवेश में तन-मन उमड़ता है । वही राहें सुहाने दिन न बिसरेगें, लिए चिठिया पहन खाकी निकलता है। बजाती पाँव पायल दौड़ती चूम लेती जो, हृदय के पास तुम ही हो मिला रखना । *अधर मुस्कान…