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प्रीत नवनीत है जिंदगी
साज संगीत है जिंदगी
प्यार से मान मनुहार से,
नेह का गीत है जिंदगी ।
वेदना, चेतना, साधना,
सत्य हो रीत है जिंदगी ।
योग हो भोग हो मंत्र हो
नित्य नवगीत है जिंदगी ।
प्रेम सुख सार है मानिए,
आस की जीत है जिंदगी।
डॉ. प्रेमलता त्रिपाठी